"तुम साथ रहो तो हम भी अपना प्रेम ग्रंथ लिख देंगे!
प्रेम कथा लिख देंगे, हम भी प्रेम अर्थ लिख देंगे!
हाथ पकड़ कर चलो हमारा, तन्हाई से डर लगता है!
नाम जोड़ लो साथ हमारा, रुसवाई से डर लगता है!
हम दोनों मिल जुलकर खुद को प्रेम युक्त सुख देंगे!
प्रेम कथा लिख देंगे, हम भी प्रेम अर्थ लिख देंगे.. ♥♥♥♥
जीवन डगर सरल होगी, जब साथ तुम्हारा होगा!
लहरें ना खेलेंगी हमसे, पास किनारा होगा!
हम दोनों मिलकर जीवन को, विजय युक्त लिख देंगे!
प्रेम कथा लिख देंगे, हम भी प्रेम अर्थ लिख देंगे.. ♥♥♥♥
तुम समझोगी, हम समझेंगे दर्द सिमट जायेगा!
निकलेगा दिन खुशियों का, अँधेरा मिट जायेगा!
हम दोनों मिलकर इस दिन को, भय मुक्त लिख देंगे!
प्रेम कथा लिख देंगे, हम भी प्रेम अर्थ लिख देंगे.. ♥♥♥♥
प्रेम ग्रन्थ लिखना है हमको, "देव" का कलम बनो तुम!
भरकर स्याही प्रेम की , प्रेम के शब्द बनो तुम!
हम दोनों मिलकर के , फिर से नया जन्म लिख देंगे!
प्रेम कथा लिख देंगे, हम भी प्रेम अर्थ लिख देंगे.. ♥♥♥♥
" प्रेम ग्रंथ, तो आइये हम भी किसी के प्रेम ग्रंथ की रचना के सूत्रधार ,प्रेरणास्रोत और सहयोगी बनें! क्यूंकि प्रेम ग्रंथ अनमोल होता है!
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